Examine This Report on shiv chalisa lyrics in english
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अर्थ: हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे (पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन से निकला यह विष इतना खतरनाक था कि उसकी एक बूंद भी ब्रह्मांड के लिए विनाशकारी थी) आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।
आपने सदा निर्धन को धन दिया है, जिसने जैसा फल चाहा, आपकी भक्ति से वैसा फल प्राप्त किया है। हम आपकी स्तुति, आपकी प्रार्थना किस विधि से करें अर्थात हम अज्ञानी है प्रभु, अगर आपकी पूजा करने में कोई चूक हुई हो तो हे स्वामी, हमें क्षमा कर देना।
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
तुह्मरे भजन राम को पावै। जनम जनम के दुख बिसरावै।।
शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी - राम भजन
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
शिव पूजा में सफेद चंदन, चावल, कलावा, धूप-दीप, पुष्प, फूल माला और शुद्ध मिश्री को प्रसाद के लिए रखें।
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
किया उपद्रव तारक भारी । देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥
शिव पंचाक्षर स्तोत्र
शिव चालीसा करने से भगवान शिव आप में उन सभी गुणों को भर देते हैं जो कि आप को सफल read more बनाने के लिए आवश्यक है इसीलिए शिव चालीसा का पाठ करने से आपकी मनोकामना पूर्ण होगी तथा सभी समस्याओं का निराकरण हो जाएगा।
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना। लंकेश्वर भए सब जग जाना।।
अंत काल रघुबर पुर जाई। जहां जन्म हरिभक्त कहाई।।